युद्ध और अशांति किसी के भी हित में नहीं: सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी
Azad reporter desk: अमीर जमाअत-ए-इस्लामी हिंद सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव, गोलाबारी और हमलों के सिलसिले पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के अधिकारियों की ओर से यह घोषणा की जाती रही है कि टकराव को आगे बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है जो सही है।
हुसैनी ने उम्मीद जताई कि जल्द से जल्द पूर्ण शांति की ओर प्रगति होगी। उन्होंने कहा कि दोनों देश गरीबी और भुखमरी जैसी समस्याओं पर काबू पाने और अपने नागरिकों की खुशहाली और विकास के लिए प्रयासरत हैं। ऐसे हालात में युद्ध और अशांति किसी के भी हित में नहीं है और इसका सबसे बड़ा नुकसान दोनों देशों की गरीब जनता को होगा।
हुसैनी ने उम्मीद की कि दोनों देश और यहां की राजनीतिक एवं सैन्य नेतृत्व अब स्थायी शांति के लिए ठोस कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि सीमा क्षेत्रों में रहने वाले सामान्य भारतीय नागरिकों की मृत्यु की लगातार खबरें आ रही हैं और निर्दोष नागरिकों को जो खतरे हैं वे हमारी तत्काल ध्यान की मांग करते हैं।हुसैनी ने मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की और सरकार से मांग की कि वह इन परिवारों को प्राथमिकता के आधार पर सभी आवश्यक सहायता और सुरक्षा प्रदान करे।
उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीमा पार भी कई आम नागरिक मारे गए हैं। मासूम नागरिकों, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों की मौत — चाहे वे किसी भी नस्ल, धर्म, भाषा, राष्ट्रीयता या वर्ग से संबंधित हों — अत्यंत दुःखद है, और यह सभी पक्षों की साझा जिम्मेदारी है कि हर हाल में निर्दोष मानव जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।आतंकवाद इस क्षेत्र की एक गंभीर समस्या है और अब समय आ गया है कि हर प्रकार के संकीर्ण स्वार्थों से ऊपर उठकर इस मूल समस्या के स्थायी समाधान पर ध्यान दिया जाए।