टाटा–कांड्रा–सरायकेला मार्ग पर टोल की वसूली तो हो रही, लेकिन सड़क गड्ढों में तब्दील, लोग परेशान…

Jharkhand: झारखंड में हो रही लगातार बारिश ने सड़कों की हालत को और भी बदतर बना दिया है। टाटा–कांड्रा–सरायकेला मार्ग जिसे कोल्हान की ‘लाइफलाइन’ कहा जाता है अब गड्ढों और जलजमाव से भरी एक जोखिम भरी राह बन गई है।
हैरानी की बात यह है कि इस मार्ग पर लोगों से तीन-तीन जगहों पर टोल वसूला जा रहा है लेकिन सड़क की हालत सुधारने की कोई सुध नहीं ली जा रही। इस सड़क का निर्माण JRDCL (Jharkhand Road Development Corporation Limited) द्वारा कराया गया था मगर वर्तमान में न तो जेआरडीसीएल को सड़क की चिंता है और न ही सर्विस रोड की। उनकी रुचि केवल टोल वसूलने में है।
इस महत्वपूर्ण सड़क से हर दिन हजारों छोटी-बड़ी गाड़ियां गुजरती हैं। यह मार्ग रांची और चाईबासा होते हुए ओडिशा की ओर जाता है, जिससे लौह अयस्क ढुलाई और उद्योगों की गतिविधियां जुड़ी हुई हैं। वीआईपी मूवमेंट भी इस मार्ग से होता है फिर भी सड़कों की मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
स्थानीय लोगों के अनुसार सड़क पर जगह-जगह बड़े गड्ढे बन चुके हैं जिनसे लोहे की छड़ें तक दिखने लगी हैं। स्कूली बच्चों, आम नागरिकों और दुपहिया वाहन चालकों को रोज जान जोखिम में डालनी पड़ रही है।
जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी भी इस समस्या से आंखें मूंदे हुए हैं। वहीं इस जर्जर सड़क के कारण हर महीने कई दुर्घटनाएं हो रही हैं और लोगों की जानें जा रही हैं।
हालांकि हाल ही में इस मामले पर DC ने संज्ञान लेते हुए JRDCL को अविलंब सड़क मरम्मत के निर्देश दिए हैं। अब देखना यह होगा कि यह निर्देश कब अमल में आता है और कब JRDCL अपनी कुंभकर्णी नींद से जागकर जनता को राहत देता है।