झारखंड के 61 स्कूलों का शर्मनाक रिजल्ट: सभी छात्र फेल या थर्ड डिविजन में पास, हटाए जाएंगे 61 प्रधानाध्यापक…

Jharkhand: झारखंड में मैट्रिक परीक्षा का परिणाम सामने आते ही शिक्षा व्यवस्था की गंभीर खामियाँ उजागर हुई हैं। राज्य के कई स्कूलों का रिजल्ट न केवल बेहद खराब रहा बल्कि कुछ विद्यालयों में सभी छात्र-छात्राएं या तो फेल हो गए या फिर थर्ड डिविजन में ही पास हुए।इस मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य के शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह ने सख्त कदम उठाए हैं।
उन्होंने ऐसे 61 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को अन्यत्र स्थानांतरित करते हुए उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही 19 जून तक इन स्कूलों की स्थलीय जांच कर रिपोर्ट ई-विद्यावाहिनी पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश भी संबंधित जिलों के डीईओ, डीएसई और एडीपीओ को दिया गया है।
इन स्कूलों का रहा शून्य परिणाम—
•गुमला: मॉडल स्कूल, पालकोट
•दुमका: उत्क्रमित हाई स्कूल,
•काजलदाहा शिकारीपाड़ा
•देवघर: आर मित्रा हाई स्कूल
•पूर्वी सिंहभूम: मिथिला हाई स्कूल, सोनारी; गवर्नमेंट हाई स्कूल, बिरसानगर; माइकल जॉन गर्ल्स हाई स्कूल, गोलमुरी
•पश्चिमी सिंहभूम: उत्क्रमित हाई स्कूल, सोनगड़ा
50 प्रतिशत से कम परिणाम वाले जिले और स्कूल—रांची (6), गुमला (6), लोहरदगा (1), सिमडेगा (3), खूंटी (2), हजारीबाग (1), गिरिडीह (2), धनबाद (2), कोडरमा (1), रामगढ़ (3), गढ़वा (3), लातेहार (2), दुमका (2), देवघर (2), पश्चिमी सिंहभूम (15), सरायकेला (1) और गोड्डा (2)।गिरिडीह के हाई स्कूल पचंबा में आठ शिक्षकों के बावजूद परीक्षा देने वाले 204 छात्रों में से सिर्फ एक छात्र परीक्षा में उपस्थित हुआ और वह भी थर्ड डिविजन से पास हुआ।
शिक्षा सचिव ने कहा, “इन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या कम है लेकिन शिक्षक पर्याप्त हैं। फिर भी छात्रों का शत-प्रतिशत फेल या थर्ड डिविजन से पास होना अत्यंत गंभीर है। ऐसे में संबंधित प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों से स्पष्टीकरण प्राप्त कर उन्हें चेतावनी दी जाएगी और सुधार नहीं होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”