झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल! क्यों कोविड जांच के लिए भटक रहे हैं मरीज अस्पताल दर अस्पताल?

Jharkhand: झारखंड में एक बार फिर कोविड-19 के मामले बढ़ने की आशंका के बीच संदिग्ध मरीजों को जांच के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। धनबाद के शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज (SNMMCH) और सदर अस्पताल जैसे बड़े सरकारी अस्पतालों में रैपिड एंटीजन किट की भारी कमी है।
हर दिन सैकड़ों लोग जांच कराने इन अस्पतालों में पहुंचते हैं लेकिन किट न होने की वजह से उन्हें लौटा दिया जाता है। मजबूरन कई मरीजों को प्राइवेट लैब का सहारा लेना पड़ता है जहां जांच की कीमत करीब ₹400 होती है जो गरीब मरीजों के लिए देना मुश्किल है।
SNMMCH के अधीक्षक डॉ. दिनेश कुमार गिंदौरिया ने बताया कि किट की कमी की वजह से बड़े स्तर पर जांच शुरू नहीं हो पाई है। उन्होंने प्राचार्य को पत्र भेजकर जल्द से जल्द किट की मांग की है। वहीं प्राचार्य डॉ. एस.के. चौरेसिया ने भी सिविल सर्जन को तुरंत सप्लाई के लिए पत्र लिखा है।सदर अस्पताल में भी स्थिति कुछ ऐसी ही है।
यहां के डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि अस्पताल जांच के लिए तैयार है लेकिन किट की सप्लाई का इंतजार है। सिविल सर्जन डॉ. सी.बी. प्रतापन ने बताया कि ऑर्डर दिया जा चुका है और जल्द ही किट्स उपलब्ध करा दी जाएंगी।
फिलहाल सरकारी अस्पतालों की ये स्थिति झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर रही है।