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ऑपरेशन मिडनाइट हैमर: ईरान पर अमेरिका का सबसे बड़ा हवाई हमला, 125 फाइटर जेट, 7 बॉम्बर्स और 14,000 किलो बमों का हुआ इस्तेमाल…

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Azad Reporter desk: रविवार की सुबह अमेरिका ने ईरान पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया, जिसे ‘ऑपरेशन मिडनाइट हैमर’ नाम दिया गया। यह हमला खास तौर पर ईरान के तीन परमाणु ठिकानों फोर्डो नतांज और इस्फहान को निशाना बनाकर किया गया। अमेरिका और इजरायल का दावा है कि इस ऑपरेशन से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को भारी नुकसान पहुंचा है।

अमेरिकी वायुसेना ने इस हमले में 125 से ज्यादा फाइटर जेट और 7 बी-2 स्टील्थ बमवर्षकों का इस्तेमाल किया। इन बमवर्षकों से 30,000 पाउंड (करीब 14,000 किलो) वजनी बंकर बस्टर बम गिराए गए, जो जमीन के नीचे छिपे ठिकानों को तबाह करने में सक्षम हैं।

अमेरिकी चीफ ऑफ स्टाफ जनरल डैन केन ने बताया कि ऑपरेशन के तहत फोर्डो और नतांज जैसे गुप्त परमाणु ठिकानों पर एक दर्जन से ज्यादा मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर (MOP) बम गिराए गए। इसके अलावा, इस्फहान में मौजूद परमाणु केंद्र को टॉमहॉक मिसाइलों से निशाना बनाया गया।

जनरल केन ने दावा किया कि ईरानी सेना हमले के दौरान पूरी तरह असहाय रही। ना तो उनके फाइटर जेट्स उड़ान भर सके और ना ही एयर डिफेंस सिस्टम अमेरिका के विमानों को पहचान सका। उन्होंने कहा कि “हमारा सरप्राइज़ अटैक कामयाब रहा और ईरान को संभलने तक का मौका नहीं मिला।”

जनरल केन ने यह भी कहा कि ऑपरेशन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर किया गया था। इस हमले में केवल परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया गया और ईरानी नागरिकों या सैनिकों को नुकसान पहुंचाने से बचा गया।

हमले से पहले अमेरिका ने मिसौरी के व्हिटमैन एयरफोर्स बेस से अपने बी-2 बमवर्षकों को गुआम के एयरबेस पर तैनात किया था। इससे ईरान को यह भ्रम हुआ कि अमेरिका प्रशांत क्षेत्र में कार्रवाई करेगा जबकि असली हमला रात के अंधेरे में ईरानी ज़मीन पर किया गया।