झारखंड में फरार अपराधियों की अब खैर नहीं! जनता के सहयोग से धर-पकड़ तेज, इनाम की नई योजना लागू…

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Jharkhand: झारखंड सरकार ने राज्य में बढ़ते अपराध और फरार अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। अब पुलिस जनता के सहयोग से इन अपराधियों की धर-पकड़ करेगी। गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से इस संबंध में एक नया संकल्प जारी किया गया है जिसके तहत अपराधियों पर उनके अपराध की गंभीरता के आधार पर दो लाख से लेकर 30 लाख रुपये तक का इनाम घोषित किया जाएगा।

राज्य मंत्रिपरिषद की 8 मई को हुई बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई थी जिसके बाद इसे अब औपचारिक रूप से लागू कर दिया गया है। यह योजना नक्सलियों और उग्रवादियों की तर्ज पर अब सामान्य अपराधियों के लिए भी लागू होगी।

अपराधियों को उनके अपराध के प्रकार और दर्ज मामलों की संख्या के आधार पर ग्रेड A से ग्रेड ए तक पांच श्रेणियों में बांटा गया है

ग्रेड A : 20 से 30 लाख रुपये तक इनाम। कम से कम 20 केस दर्ज होने चाहिए।

ग्रेड B : 10 से 20 लाख रुपये तक इनाम। कम से कम 15 केस।

ग्रेड C: 5 से 10 लाख रुपये तक इनाम। कम से कम 10 केस।

ग्रेड D : 2 से 5 लाख रुपये तक इनाम। कम से कम 5 केस।

ग्रेड E : 2 लाख रुपये तक इनाम। कम से कम 3 केस।

इनाम की घोषणा का अधिकार अलग-अलग अधिकारियों को दिया गया है—

एसपी: 1 लाख तक

डीआईजी: 1 लाख से 5 लाख तक

डीजीपी: 5 लाख से 10 लाख तकगृह मंत्री: 10 लाख से 20 लाख तकमुख्यमंत्री: 20 लाख से 30 लाख तकइनाम की राशि यदि दो माह के भीतर गिरफ्तारी नहीं होती तो बढ़ाई भी जा सकती है। साथ ही यह राशि अधिकतम दो वर्षों तक वैध रहेगी।इनाम की घोषणा हत्या, डकैती, अपहरण, लूट, रंगदारी, अवैध हथियार व्यापार, मादक पदार्थों का धंधा, मानव तस्करी, साइबर क्राइम, विदेशी गिरोह से जुड़े अपराध, संगठित अपराध, दुष्कर्म, चोरी जैसे मामलों में फरार और आदतन अपराधियों के लिए की जाएगी।पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि अपराधियों की सूचना देने वाले व्यक्तियों की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। इनाम की राशि के लिए अलग से बजट भी निर्धारित किया जाएगा।