बिहार में मानसून बना आफत: ठनका गिरने से 12 की मौत, कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट…

Azad Reporter desk: बिहार में मानसून की शुरुआत ने गर्मी से तो राहत दी लेकिन साथ ही तबाही भी लेकर आई। बीते 24 घंटों में वज्रपात (ठनका) की चपेट में आकर छह जिलों में 12 लोगों की मौत हो गई है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और भी तेज बारिश और वज्रपात की चेतावनी दी है।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रविवार (15 जून) से राज्य में मानसून सक्रिय हुआ है। इसके बाद बक्सर में 4, पश्चिम चंपारण में 3, कटिहार में 2 और कैमूर, लखीसराय व सीतामढ़ी में 1-1 व्यक्ति की मौत वज्रपात से हो गई।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दुखद हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का निर्देश दिया है। साथ ही अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य तेज करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की है कि खराब मौसम के दौरान सतर्क रहें और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
मौसम विभाग ने बताया है कि मंगलवार (17 जून) को किशनगंज, भागलपुर, रोहतास, औरंगाबाद, छपरा, अरवल और गया में अच्छी बारिश दर्ज की गई है। बुधवार (18 जून) तक पटना समेत पूरे बिहार में मानसून सक्रिय हो जाएगा।
बुधवार को भागलपुर, बांका, जमुई, अररिया, कटिहार और पूर्णिया में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। किशनगंज और पश्चिम चंपारण में बहुत भारी बारिश हो सकती है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और बिजली गिरने की स्थिति में खुले मैदान या पेड़ों के नीचे न जाने की सलाह दी गई है।
बिहार में मानसून जहां एक तरफ राहत लेकर आया है वहीं दूसरी तरफ लोगों के लिए चिंता और खतरे का कारण भी बन गया है। ऐसे में सतर्कता ही सुरक्षा है।