JAC बोर्ड में 10 नवंबर तक पूरा करना होगा मैट्रिक का सिलेबस, कमजोर छात्रों के लिए रेमेडियल क्लास अनिवार्य…

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Jharkhand: झारखंड में इस बार JAC बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा 2024 का परिणाम पिछले साल की तुलना में 3.94 प्रतिशत कम रहा है। यह गिरावट शिक्षा व्यवस्था के लिए चिंता का विषय बन गई है। शिक्षा विभाग का मानना है कि परीक्षा परिणाम ही शिक्षकों की कार्यशैली और मेहनत का आईना होता है। इसलिए अब सुधार के लिए कई सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।

शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि मैट्रिक का सिलेबस हर हाल में 10 नवंबर 2025 तक पूरा कर लिया जाए। ताकि उसके बाद बचे हुए समय में रिवीजन और तैयारी कराई जा सके। इसके साथ ही हर दिन की पढ़ाई तय पाठ-योजना और आदर्श दिनचर्या के अनुसार होनी चाहिए।

विभाग ने कहा है कि कमजोर छात्रों के लिए रेमेडियल क्लास चलाना अब अनिवार्य होगा। साथ ही नियमित रूप से मॉडल टेस्ट भी कराए जाएं ताकि छात्रों की तैयारी मजबूत हो सके।निरीक्षण में यह भी सामने आया कि कई शिक्षक पाठ-योजना के अनुसार पढ़ाई नहीं कर रहे हैं। ऐसे शिक्षकों की पहचान कर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी और उनके सेवा पुस्तिका में भी इसका उल्लेख किया जाएगा।

इसके अलावा जिन छात्रों की वार्षिक परीक्षा में फेल हो गए हैं उन्हें झारखंड अधिविद्य परिषद रांची द्वारा आयोजित सप्लीमेंट्री परीक्षा 2025 में अनिवार्य रूप से शामिल कराना होगा। इसके लिए सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे फेल छात्रों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क करें और परीक्षा से पहले विशेष कक्षाएं चलाएं।यदि कोई स्कूल अपने सभी फेल छात्रों को सप्लीमेंट्री परीक्षा में शामिल नहीं करता है तो उस स्कूल के प्रधानाध्यापक या संबंधित शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी और उनके सेवा रिकॉर्ड में भी इसकी जानकारी दर्ज की जाएगी।

शिक्षा विभाग का स्पष्ट संदेश है कि इस बार पढ़ाई में लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।