जमशेदपुर के झामुमो नेता बाबर खान ने अपने सभी पदों से दिया इस्तीफा

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता बाबर खान ने 35 सालों के बाद सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने पार्टी पर तुष्टिकरण की राजनीति से डरकर मुस्लिमों को दरकिनार करने का आरोप लगाया। पूर्वी सिंहभूम जिले में मुस्लिम नेताओं को कोई पद नहीं मिला, जबकि पश्चिमी जमशेदपुर क्षेत्र की 40% मुस्लिम आबादी के बावजूद कोई प्रतिनिधि नहीं चुना गया। बाबर खान ने गो सेवा आयोग के गठन पर भी सवाल उठाया, जबकि राज्य सरकार मोब लिंचिंग और मदरसा बोर्ड जैसे मुद्दों पर चुप है।
इसके साथ ही, बाबर खान ने अल्पसंख्यक वित्तीय निगम आयोग और उर्दू अकादमी के गठन में देरी, उर्दू शिक्षकों की बहाली, और मस्जिदों पर हमलों के बाद मुस्लिम समुदाय को न्याय न मिलने पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि 2024 के विधानसभा चुनाव से पहले वक्फ बोर्ड का गठन केवल मुस्लिमों को खुश करने की चाल है।
Caption: झारखंड मुक्ति मोर्चा में तुष्टिकरण की राजनीति पर नाराज बाबर खान ने पार्टी से इस्तीफा देकर राज्य की मुस्लिम राजनीति में मचा दिया हड़कंप।