फिलिस्तीनी झंडा को लेकर जमशेदपुर में भी शुरू हो चुका है हंगामा
Jamshedpur:- दरअसल मोहर्रम की दसवीं को यानी 17 जुलाई को जमशेदपुर के जुगसलाई से एक तस्वीर सामने निकल कर आई ।

तस्वीर में एक युवक मोहर्रम जुलूस के दौरान फिलिस्तीनी झंडा फहरा रहा है इसके बाद भाजपा और उससे जुड़ी समितियों ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
भाजपा नेता अभय सिंह ने इसके खिलाफ गुरुवार को जुलूस निकाला और प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बन्ना गुप्ता का पुतला फूका और कहा है विदेशी झंडा का लहराना और उनके हित में नारा लगाना यह देशद्रोह कार्य है।

अभय सिंह ने मुस्लिम समुदाय को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब भी मुसलमान का कोई धार्मिक जुलूस निकलता है चाहे वह पैगंबर साहब का जन्मदिन हो या फिर मोहर्रम का जुलूस तो कभी पाकिस्तानी झंडा लहराया जाता है तो कभी फिलिस्तीन का झंडा यह लोग जानबूझकर उन्माद फैलाने के लिए यह सब करते हैं।
उन्होंने कहा कि यह सब मंत्री बन्ना गुप्ता के सह पर होता है क्योंकि वो कलमा पढ़ते है।
इस मामले में आज़ाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष काशिफ रजा सिद्दीकी ने नाबालिक लड़के पर जमशेदपुर पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज करना कहां तक संवैधानिक है जबकि भारत के प्रधानमंत्री ने फिलीस्तीन पर इजराइल प्रबराता में प्रभावित शरणार्थी को 50 लाख डॉलर की मदद की घोषणा की है।

इस मामले में नाबालिग पर राजनीतिक दबाव के कारण किए गए मुकदमे को आजाद समाज पार्टी निरस्त करने की मांग करती है
वहीं इस मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता बाबर खान ने कहा है
मोहर्रम पर फिलिस्तीनी झंडा लहराने का मामला राजनीति से प्रेरित है।
शास्त्री नगर में दंगा भड़काने वाले आज फलस्तीन झंडा को मुद्दा बना रहे हैं।

पूर्व में भी धातकीडीह में मोहर्रम के झंडा को पाकिस्तान का झंडा लहराने कि बात पर बिस्टुपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। बाद में मामला कुछ और निकला था।
बाबर खान ने जिला प्रशासन से अनुरोध किया के पूरे मामले का निष्पक्ष जांच हो। मामले को गंभीरता के साथ संज्ञान में लिया जाए। राजनीति अखाड़ा बनने से इसे रोका जाए।
यदि राजनीति दबाब में गिरफ्तारी पर जल्दबाजी की गई तो निश्चित रूप से निर्दोष फंस जाएंगे और दोषी बच जाएंगे। बाबर खान ने कहा कि आज जो लोग इस मामले को तूल दे रहे हैं यह वही लोग हैं जो शास्त्री नगर में शांत माहौल को अशांत किए थे जिला प्रशासन ऐसे लोगों को चिन्हित करें और समय रहते हैं इन पर लगाम लगाए।
वही इस मामले में जब जुगसलाई के स्थानीय निवासियों से बात की गई तो लोगों ने बिना अपना नाम लेने के वादे के बाद कहा कि यह झंडा भारत को नीचा दिखाने के लिए नहीं लहराया गया बल्कि उन लोगों के सपोर्ट में लहराया गया है जिनके घरों को इजरायल द्वारा निस्तनब्बोद किया जा रहा है यह उन लोगों के सपोर्ट में झंडा लहराया गया है जिनके छोटे-छोटे बच्चों को बेरहमी से कत्ल किया जा रहा है।
अब भाजपा नेताओं और उनसे जुड़ी समितियां के लोगों से यह सवाल है कि अगर किसी दूसरे देश के सॉलिडेरिटी में खड़े होने से अगर देश बदनाम होता है तो फिर दिल्ली में हुए प्रो इसराइल रैली पर आप क्या कहेंगे उसे वक्त आप क्यों खामोश थे क्या उसे वक्त देश का नाम बदनाम नहीं हुआ था । जब लोग इजरायल का झंडा लेकर सड़क पर उतरे थे
वहीं दूसरी तरफ भारत सरकार के मुताबिक इंडिया कोई फिलिस्तीन का दुश्मन नहीं है अक्टूबर 2023 इंडियन एक्सटर्नल अफेयर मिनिस्टर फिलिस्तीन पर इंडिया का स्टैंड बतलाते है
मिनिस्ट्री के प्रवक्ता अरिंदम बागची कहते हैं कि हमारी पॉलिसी इस मामले में हमेशा से क्लियर और कंसिस्टेंट रही है इंडिया हमेशा से फलस्तीन के लिए एक आजाद और वायबल स्टेट के लिए सपोर्ट करता रहा है
एक और खबर के अनुसार 2023 में मिनिस्ट्री आफ एक्सटर्नल अफेयर्स के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल इस बात को हाइलाइट करते हैं के भारत में 1980 के दशक में ही फिलिस्तीन राज्य को मान्यता दे दी थी।
भारत फिलिस्तीन के साथ खड़ा है इसका उदाहरण हमें 1981 में भी देखने को मिला था जब एक रुपए के पोस्टेज स्टैंप में भारत और फिलिस्तीन का झंडा एक साथ लहराता हुआ दर्शाया गया था।
वहीं दूसरी तरफ तीन दिन पहले आज तक के खबर के अनुसार भारत ने फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) को साल 2024-25 की पहली 25 लाख डॉलर की किस्त जारी कर दी है. भारत इस साल यूएनआरडब्ल्यूए के जरिए फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए 50 लाख डॉलर की मदद करेगा.
अब जब मौजूदा भाजपा सरकार फिलिस्तीन के लिए मदद कर रही है और उसके सपोर्ट में खड़ी है तो फिर उसी पार्टी के कुछ नेता जमशेदपुर में फिलिस्तीनियों के solidarity में खड़े युवक के खिलाफ क्यों सड़क पर है।