क्या जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में बिन पैरवी नहीं मिलता है सही इलाज?

Jamshedpur news: जमशेदपुर के एमजीएम (MGM) अस्पताल से एक बार फिर लापरवाही का मामला सामने आया है। बीते दिन मानगो रोड नंबर 5 में रहने वाले एक व्यक्ति को सांप ने काट लिया जिसे परिजन तुरंत एमजीएम हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। लेकिन वहां डॉक्टरों ने इलाज शुरू करने से पहले कहा कि बाहर मेडिकल से खरीद ₹8000 की दवाई खरीदकर लानी होगी।
काफी कोशिशों और पैरवी के बाद मरीज का इलाज आज हुआ यानी कि लगभग 24 घंटे बाद।
ऐसा ही एक मामला कुछ समय पहले भी सामने आया था जब एक ऑटो चालक के बेटे को सांप ने काटा था। तब भी अस्पताल ने यही कहा कि दवा बाहर से लाएं तब ही इलाज होगा। जबकि ASV( anti snake venom ) सरकारी दवा होती है जो अस्पताल में मौजूद रहनी चाहिए। सवाल ये है कि जब मरीज पहले से ही परेशान होता है तो ऐसे हालात में दवा बाहर से क्यों मंगवाई जाती है? और अगर हर कोई इतनी महंगी दवा खरीद सकता तो वो प्राइवेट अस्पताल छोड़ कर सरकारी अस्पताल क्यों आता?
यह घटना फिर एक बार सरकारी अस्पतालों की लापरवाहियों को साफ दिखा रहा है।