जमशेदपुर के एक और बेटे की सऊदी अरब में मौत, परिजनों ने हत्या की आशंका जताई
जमशेदपुर: जमशेदपुर के ओल्ड पुरूलिया रोड मानगो के निवासी कबीर मेमोरियल उर्दू स्कूल के पूर्व शिक्षक लेट. मुश्ताक अहमद के बेटे औसाफ अहमद की सऊदी अरब में मौत हो गई है। वह 28 साल के थे और सऊदी अरब के शहर अल-कासिम मे रहते थे और वही की एक कंपनी में स्टोरकीपर का काम करते थे।
औसाफ के परिजनों ने बताया कि उन्होंने बीते शुक्रवार यानी 21 फरवरी को अपनी मां से सुबह बात की थी और कहा था कि नमाज पढ़कर वापस कॉल करेंगे, लेकिन फिर कॉल नहीं आया। दिन भर के इंतजार के बाद, उनके परिजनों ने शाम को उनके रूममेट से बात की, जिससे पता चला कि वह दोपहर को खाने के समय ही कहीं बाहर गए थे और फिर नहीं लौटे।इसके बाद, औसाफ के छोटे भाई अल्ताफ अहमद, जो सऊदी अरब में रहते थे, ने पता लगाया और किसी तरह कंपनी तक पहुंचे।

कंपनी ने पहले दिन कोई रेस्पांस नहीं किया, लेकिन दूसरे दिन पता चला कि पुलिस को औसाफ की बॉडी उनके कैंप से 15 किलोमीटर दूर मिली है।अब किसी को नहीं पता है कि यह घटना कब, कहां और कैसे हुई। कंपनी के लोगों का कहना है कि उन्होंने खुद अपनी जान ली है, लेकिन परिजन इस बात से संतुष्ट नहीं हैं। औसाफ के बड़े भाई असफाक का कहना है कि उनकी हत्या की गई है और वे इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं।परिजनों ने बताया कि वे अपने बेटे को आखिर इंसाफ दिलाने के लिए क्या करें, यह नहीं समझ पा रहे हैं।
फिलहाल, वे चाहते हैं कि उनके शव को भारत लाया जाए और इसकी जांच की जाए।इस घटना के बाद, जमशेदपुर के लोगों ने औसाफ के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि औसाफ की मौत से परिवार को बड़ा झटका लगा है और वे अपने बेटे को आखिर इंसाफ दिलाने के लिए क्या करें, यह नहीं समझ पा रहे हैं।