Seraikela Kharsawan: हसालोंग स्टेशन पर कुड़मी समाज का रेल टेका-डहर छेका आंदोलन, प्रशासन को सौंपीं प्रमुख मांगें…

आज शनिवार 20 सितंबर को आदिवासी कुड़मी समाज की ओर से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत हसालोंग रेलवे स्टेशन के समीप रेल टेका एवं डहर छेका आंदोलन आयोजित किया गया। आंदोलनकारी सुबह 7:40 बजे रेल पटरी पर जुटे और हजारों की संख्या में रेल रोककर अपनी आवाज बुलंद की।
कुड़मी समाज की मुख्य मांगों में शामिल हैं—
- कुड़मी समाज को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिया जाए।
- कुड़माली भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए।
- सारना धर्म कोड लागू किया जाए।
शाम 4:00 बजे प्रशासनिक पदाधिकारियों की उपस्थिति में आंदोलनकारियों की इन मांगों को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया गया। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि इस आंदोलन में शामिल किसी भी व्यक्ति पर कोई मामला दर्ज नहीं किया जाएगा।
बुजुर्गों, माताओं-बहनों और आंदोलनकारियों की शारीरिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए तथा आम जनता को यातायात में हो रही परेशानी को देखते हुए आंदोलनकारियों ने शांति बनाए रखते हुए आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की। इस दौरान रेलवे की संपत्ति को किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुँचाई गई।


