मानगो में सप्लाई हो रहा पानी शुद्ध नहीं, जांच में सामने आई बड़ी लापरवाही…

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Jamshedpur news: जमशेदपुर के मानगो में लोगों को जो पानी सप्लाई किया जा रहा है वह पीने योग्य नहीं है। इसकी पुष्टि शुक्रवार को उप नगर आयुक्त कृष्ण कुमार की जांच में हुई। जिला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देश पर डीएमसी ने मानगो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का औचक निरीक्षण किया जहां क्लोरीन की मात्रा मानक से कम पाई गई।प्लांट के कर्मचारियों ने खुद स्वीकार किया कि यह पानी पीने लायक नहीं है।

इस पर डीएमसी ने सख्त नाराजगी जताते हुए इसे आम लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बताया और जिम्मेदारों को चेतावनी दी। उन्होंने प्लांट में दो सुरक्षाकर्मी तैनात करने सीसीटीवी लगाने और प्रतिदिन पानी की जांच करने का निर्देश भी दिया।

करीम सिटी कॉलेज के पास रहने वाले एमडी हफीज ने मानगो विधायक प्रतिनिधि पप्पू सिंह को जानकारी दी कि उनके घर में गंदा पानी आ रहा है। विधायक प्रतिनिधि ने मौके पर जाकर स्थिति देखी और पानी में कीड़ा मिलने की पुष्टि की। इसकी सूचना विधायक सरयू राय को दी गई जिन्होंने ट्विटर के माध्यम से डीसी को अवगत कराया।

इसके बाद पूरे मामले की जांच शुरू हुई।मानगो नगर निगम और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की संयुक्त टीम ने ट्रीटमेंट प्लांट की गहराई से जांच की। प्लांट में सफाई की स्थिति खराब पाई गई, साथ ही क्लोरीन और ब्लीचिंग पाउडर की मात्रा भी मानक से कम थी। प्लांट में मौजूद कई रिकॉर्ड भी टीम को नहीं दिखाए जा सके।

डीएमसी ने स्पष्ट किया कि जलापूर्ति का संचालन कर रही एजेंसी के भुगतान में कटौती की जाएगी और भविष्य में ऐसी लापरवाही दोबारा नहीं होनी चाहिए।

सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. रंजीत पांडा ने बताया कि अशुद्ध पानी पीने से पीलिया, टायफाइड, पेट की बीमारियां और किडनी संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। जब क्लोरीन या ब्लीचिंग पाउडर की मात्रा कम होती है तो बैक्टीरिया पूरी तरह खत्म नहीं हो पाते जिससे पानी खतरनाक बन जाता है।नियम के अनुसार ट्रीटमेंट प्लांट से सप्लाई होने वाले पानी की हर दिन जांच होनी चाहिए।

इसके लिए प्लांट में प्रयोगशाला और प्रशिक्षित टेक्नीशियन होना अनिवार्य है। पानी की शुद्धता और क्लोरीन की उचित मात्रा सुनिश्चित करना जरूरी है।