काफी देर सर्च ऑपरेशन चलाए जाने के बाद भी नहीं मिला जमशेदपुर से लापता हुआ विमान, अब नेवी संभालेगा कमान

जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद लापता हुए ट्रेनी विमान की खोजबीन में अब नेवी का सहारा लिया जा रहा है। 21 अगस्त को पूरे दिन एनडीआरएफ की टीम ने चांडिल डैम में विमान की तलाश की, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी। डैम का जलस्तर बहुत ऊँचा होने के कारण विमान का पता लगाना बेहद मुश्किल साबित हो रहा है।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, एनडीआरएफ के सुझाव पर जिला प्रशासन ने नेवी की मदद के लिए रक्षा मंत्रालय से संपर्क किया। गहरे पानी में विमान को खोजने के लिए सोनार सिस्टम की आवश्यकता होगी, और यह कार्य नेवी के सहयोग के बिना संभव नहीं है। इसके साथ ही, जरूरत पड़ने पर नेवी के गोताखोर भी पानी के भीतर जाकर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दे सकते हैं। नेवी के आने के बाद रात में भी सर्च ऑपरेशन जारी रखने की योजना बनाई गई है।

गौरतलब है कि 20 अगस्त की सुबह सोनारी एयरपोर्ट से उड़ान भरने के करीब 50 मिनट बाद ही विमान का संपर्क एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से टूट गया था। तभी से विमान की तलाश की जा रही है। जमशेदपुर, सरायकेला, और वन विभाग की टीम भी इस सर्च ऑपरेशन में शामिल है। यह घटना सिर्फ एक विमान के लापता होने की नहीं है, बल्कि यह हमारी आपदा प्रबंधन क्षमताओं और आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल की आवश्यकता पर भी सवाल खड़ा करती है।