झारखंड में बढ़ते मॉब लिंचिंग के मामलों के खिलाफ जमशेदपुर के मुस्लिम समुदाय के धार्मिक गुरु पहुंचे उपायुक्त कार्यालय, कोडरमा के इमाम शहाबुद्दीन के मामले में सीबीआई जांच की रखी मांग, अख्तर अंसारी के परिजनों को 50 लाख मुआवजा एवं सरकारी नौकरी देने का डिमांड।
Jamshedpur:- झारखंड में बढ़ते मॉब लिंचिंग मामलों के खिलाफ आज जमशेदपुर के मस्जिद के इमाम एवं तंजीम अहले सुन्नत के सभी मौलाना जमशेदपुर के उपायुक्त कार्यालय पहुंचे। उपायुक्त को उन्होंने ज्ञापन सौप कर पिछले दिनों 30 जून को हजारीबाग के मस्जिद के इमाम मौलाना शहाबुद्दीन के मामले में सीबीआई जांच की मांग रखी है l।

तंजीम के प्रवक्ता मौलाना शमशाद उल कादरी ने कहा कि इमाम के बेटे एवं पत्नी मोब लिंचिंग का मामला बता रही है लेकिन पुलिस इसे सड़क दुर्घटना कह रही है। इस संदर्भ में तंजीम अहले सुन्नत सीबीआई जांच की मांग करती है।

वहीं दूसरी तरफ तंजीम अहले सुन्नत के सेक्रेटरी मुफ्ती जियाउल मुस्तफा ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक बात है कि झारखंड में मोब लिंचिंग का मामला सबसे ज्यादा आ रहा है उन्होंने ज्ञापन शॉप कर मुख्यमंत्री एवं गवर्नर सेमांग रखी है कि जल्द से जल्द मॉब लिंचिंग कानून पारित की जाए और रांची और हजारीबाग मामले में दोषियों को जल्द से जल्द सजा दी जाए अन्यथा पूरे झारखंड में आंदोलन की जाएगी।
