JPSC सिविल सेवा परीक्षा में गड़बड़ी की जांच के आदेश, राज्यपाल ने उठाया सख्त कदम…

Jharkhand: झारखंड की 11वीं सिविल सेवा परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों को देखते हुए राज्यपाल संतोष गंगवार ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने JPSC (झारखंड लोक सेवा आयोग) को पत्र भेजकर जरूरी कार्रवाई करने को कहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और कुछ अभ्यर्थियों ने राज्यपाल से मिलकर शिकायत की थी। उनका कहना है कि परीक्षा में बड़ी अनियमितताएं हुई हैं और जांच जरूरी है।
अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि इस बार उत्तरपुस्तिकाओं की जांच डिजिटल तरीके से की गई जिससे उन्हें अपनी कॉपियां देखने का मौका नहीं मिला। इससे पारदर्शिता पर सवाल उठे हैं।
शिकायत में कहा गया है कि उत्तरपुस्तिकाएं ऐसे शिक्षकों से जांचवाई गईं जिनके पास ना तो अनुभव है और ना ही वे योग्य हैं। आयोग के नियमों के अनुसार सिर्फ अनुभवी शिक्षकों से ही मूल्यांकन कराया जाना चाहिए।
परीक्षा में एक थर्ड पार्टी एजेंसी को भी शामिल किया गया लेकिन उसका चयन बिना टेंडर के किया गया। इससे निष्पक्षता पर सवाल उठे हैं।
कुछ अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्हें फोन कर मार्क्स बढ़ाने के लिए पैसे मांगे गए। कॉल करने वालों के पास रोल नंबर, आधार नंबर, मार्क्स और परीक्षा से जुड़ी सारी जानकारी थी। इस मामले में पुलिस में शिकायत भी की गई है।
इस परीक्षा में 342 पदों के लिए चयन होना है। मुख्य परीक्षा पास करने वाले करीब 860 अभ्यर्थियों के इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट हो चुके हैं। अब सिर्फ फाइनल रिजल्ट आना बाकी है।
अभ्यर्थियों ने यह भी कहा कि परीक्षा से एक हफ्ता पहले आवेदन पोर्टल दोबारा खोलना गलत था। इससे पूरी प्रक्रिया पर शक पैदा होता है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक रिजल्ट में इतनी गलतियां थीं कि आयोग के कुछ सदस्यों ने उस पर साइन तक नहीं किए।
इस पूरे मामले ने JPSC की परीक्षा प्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अब सबकी नजर जांच के नतीजों पर है।