National Doctor’s Day! कोविड वैक्सीन या खराब जीवनशैली? आखिर क्या है कम उम्र में बढ़ते हार्ट अटैक की वजह? हर साल तेजी से बढ़ रही हैं घटनाएं, देखें यह खास रिपोर्ट…

Azad Reporter desk: आज यानी 1 जुलाई को हर साल नेशनल डॉक्टर्स डे के रूप में मनाया जाता है। ये दिन उन डॉक्टरों को समर्पित है जो दिन-रात मेहनत करके लोगों की जान बचाते हैं। लेकिन जब बात डॉक्टरों की हो रही है तो क्यों न एक नजर देश की उस गंभीर बीमारी पर डालें जो हर दिन सैकड़ों जिंदगियों को निगल रही है और वो है हार्ट अटैक!!

वही हार्ट अटैक जिसके कारण हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस और ‘कांटा लगा’ गर्ल के नाम से मशहूर शेफाली जरीवाला का महज 42 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निधन हो गया। इससे पहले 2021 में ‘बिग बॉस’ विनर सिद्धार्थ शुक्ला भी 40 की उम्र में इसी का शिकार हुए थे।

चौंकाने वाली बात तो यह है कि रिपोर्ट्स के मुताबिक 2024 में जितने हार्ट अटैक के मामले सामने आए उनमें से 25% केस 40 साल से कम उम्र के लोगों के थे। लेकिन 2025 में ये आंकड़ा बढ़कर 50% तक पहुंच चुका है।

40 से 60 साल की उम्र वाले लोगों में भी चिंता बढ़ी है। 2024 में इस उम्र वर्ग में हार्ट डिज़ीज़ की दर 9 से 10% थी जो 2025 में बढ़कर 11 से 12% हो गई है। यानी हर साल इसमें 2 से 3 प्रतिशत का इज़ाफा हो रहा है।
अब कई लोग ऐसी अटकलें भी लगा रहे हैं कि शायद ये कोविड के दौरान दी गई वैक्सीन की वजह से हो रहा है। कुछ लोग इसे उस वैक्सीन का साइड इफेक्ट मानते हैं। लेकिन क्या वाकई सिर्फ यही वजह है? क्योंकि अगर हम अपनी जीवनशैली पर नज़र डालें तो क्या वह सही है?

युवाओं में तनाव तेजी से बढ़ रहा है चाहे वो पढ़ाई का हो करियर का या फिर निजी रिश्तों का। नींद पूरी नहीं होती दिनभर स्क्रीन के सामने रहना तली-भुनी चीजें खाना शारीरिक गतिविधि की कमी और बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयां या स्टेरॉयड लेना ये सभी आदतें हमारे दिल को कमजोर कर रही हैं।
ऐसे में ज़रूरी है कि हम अपनी सेहत को प्राथमिकता दें। भरपूर नींद लें तनाव से खुद को दूर रखें रोज़ाना थोड़ी एक्सरसाइज़ या वॉक करें और समय-समय पर हेल्थ चेकअप करवाते रहें। बाहर का खाना कम करें संतुलित भोजन लें और दवा तभी लें जब डॉक्टर सलाह दें।
क्योंकि ज़िंदगी अनमोल है इसे बचाना डॉक्टरों की जिम्मेदारी है लेकिन इसे संवारना हमारी जिम्मेदारी है।