कोडरमा में मस्जिद के इमाम की मॉब लिंचिंग, जमशेदपुर में आजाद समाज पार्टी द्वारा विरोध प्रदर्शन, आखिर झारखंड में कब बनेगा मॉब लिंचिंग पर कानून
विगत 30 जून को कोडरमा जिले के रघुनियाडीह निवासी एवम हजारीबाग के गांव में मस्जिद में इमामत करने वाले मोहम्मद शहाबुद्दीन को भीड़ ने इस कदर मारा कि उनकी मौत हो गई।

30 जून के सुबह मस्जिद के इमाम अपने घर की ओर जा रहे थे तभी रास्ते में उनकी बाइक अनियंत्रित होकर अनीता देवी से टकरा गई जिसके बाद उनके परिजन एवं बगल के मैदान में खेल रहे युवकों के द्वारा उनको इस कदर लाठी डंडे से मारा गया उनकी मौत हो गई

अब इसके बाद आज मंगलवार की शाम आजाद समाज पार्टी जमशेदपुर के नेतृत्व में झारखंड सरकार का पुतला दहन किया गया है आजाद समाज पार्टी के सदस्यों की मांग है कि पीड़ित परिवार वालों को 25 लाख रुपए मुआवजा एवं एक सरकारी नौकरी दी जाए।

ज्ञात हो की पिछले 5 साल में झारखंड में 39 मॉब लिंचिंग हुई है वहीं केंद्र में तीसरी बार मोदी सरकार बनने के बाद यह पूरे देश में आठवां मॉब लिंचिंग का मामला है।
विधानसभा चुनाव से पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा के मेनिफेस्टो में मॉब लिंचिंग का जिक्र किया गया था लेकिन अब तक झारखंड सरकार द्वारा मॉब लिंचिंग पर कानून नहीं बनाया गया है।
