IMG 20250720 WA0026

JSSC ने जारी किया गणित-विज्ञान शिक्षक भर्ती का रिजल्ट, कई अभ्यर्थी असमंजस में…

खबर को शेयर करें
IMG 20250720 WA0026

Jharkhand: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) ने शुक्रवार देर रात प्रशिक्षित स्नातक सहायक आचार्य संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 के तहत गणित और विज्ञान विषयों के परिणाम जारी कर दिए। आयोग ने ये परिणाम आधी रात करीब 1 बजे अपनी वेबसाइट पर अपलोड किए। अचानक और बिना सूचना के देर रात रिजल्ट आने से कई अभ्यर्थी हैरान और परेशान हो गए।

इस परीक्षा के जरिए कक्षा 6 से 8 तक के लिए गणित और विज्ञान के कुल 5008 पदों को भरा जाना था। दस्तावेज सत्यापन के लिए 2734 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था लेकिन अंतिम रूप से केवल 1661 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है। इनमें 1390 गैर-पारा शिक्षक और 271 पारा शिक्षक शामिल हैं।

रिजल्ट को लेकर आयोग ने न तो कोई प्रेस नोट जारी किया और न ही कोई पूर्व सूचना दी। जब अभ्यर्थियों ने सुबह वेबसाइट पर जाकर देखा तब जाकर उन्हें रिजल्ट की जानकारी मिली। आयोग की ओर से केवल इतना कहा गया कि सभी जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध है।

जिलावार चयनित अभ्यर्थियों की संख्या इस प्रकार है:
•रांची: गैर पारा – 94, पारा – 33
•गिरिडीह: गैर पारा – 152, पारा – 44
•पलामू: गैर पारा – 134, पारा – 08
•धनबाद: गैर पारा – 70, पारा – 34
•पूर्वी सिंहभूम: गैर पारा – 67, पारा – 21
•दुमका: गैर पारा – 68, पारा – 12
•बोकारो: गैर पारा – 61
•साहिबगंज: गैर पारा – 40, पारा – 05
•कोडरमा: गैर पारा – 37, पारा – 05
•लोहरदगा: गैर पारा – 17, पारा – 02

कुछ अभ्यर्थियों के परिणाम हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मामलों के कारण फिलहाल रोक दिए गए हैं। आयोग ने साफ किया है कि गिरिधर कुमार राउत और बिप्लव दत्ता केस से जुड़े निर्देशों के अनुसार कुछ जिलों में बदलाव संभव है और कुछ परिणाम कोर्ट के अंतिम फैसले के बाद ही जारी किए जाएंगे।

परिणाम आने के बाद कुछ सफल अभ्यर्थी जहां खुश हैं वहीं एक बड़ा वर्ग अब भी सवालों में उलझा है।
सक्रिय अभ्यर्थी राजेश कुमार सिन्हा ने पूछा—
•2734 अभ्यर्थियों का सत्यापन हुआ, लेकिन रिजल्ट सिर्फ 1661 का ही क्यों आया?
•5008 पद थे फिर इतने कम अभ्यर्थियों को ही क्यों पास किया गया?
•क्या बाकी पद रिक्त रहेंगे या फिर नई सूची आएगी?
•आरक्षित श्रेणियों के खाली पदों को सामान्य वर्ग से क्यों नहीं भरा गया?

यह भर्ती लगभग 9 साल बाद हुई है। इतने लंबे समय तक इंतजार कर रहे युवाओं के लिए यह परीक्षा उम्मीद की किरण थी लेकिन अधूरी सूची और अस्पष्ट प्रक्रिया ने कई योग्य अभ्यर्थियों को निराश किया है। उम्मीद जताई जा रही है कि आयोग आगे चलकर दूसरी सूची या संशोधित परिणाम जारी कर सकता है।

फिलहाल आयोग की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।