झारखंड स्कूलों में नामांकन का फर्जीवाड़ा रोकने के लिए शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला, अब हर बच्चे का होगा आधार पुष्टि…

Jharkhand: झारखंड के स्कूलों में नामांकन से जुड़े फर्जी आंकड़ों पर अब लगाम लगने जा रही है। राज्य के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने यूडायस प्लस (UDISE+) में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए सभी विद्यार्थियों का आधार सत्यापन अनिवार्य कर दिया है। इस संबंध में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (DEO), जिला शिक्षा अधीक्षकों (DSE) और प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों (BEEO) को आदेश जारी करते हुए कहा है कि अब किसी भी स्कूल में फर्जी नामांकन दिखाना संभव नहीं होगा। कई स्कूलों में अब तक बच्चों की संख्या बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने की शिकायतें मिलती रही हैं जिससे शिक्षा से जुड़े सूचकांकों पर भी असर पड़ता था।
अब BRP और CRP को बच्चों का आधार यूडायस प्लस में लिंक कराने और सत्यापन की जिम्मेदारी दी गई है। संकुल स्तर पर सीआरपी अपने अधीन क्षेत्र के स्कूलों का डाटा जांचेंगे जबकि प्रखंड स्तर पर बीआरपी 25% स्कूलों की भौतिक जांच करेंगे।
तय की गई हैं प्रमुख तिथियां हैं—
• 10 जून तक चयनित शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
• 15 जून तक पुराने पंजीकृत स्कूलों के नाम, श्रेणी, प्रबंधन सहित अन्य डाटा अपडेट किया जाएगा।
• 29 जून तक शिक्षकों से संबंधित जानकारी अपडेट होगी।
• 1 जुलाई तक नए विद्यार्थियों का नामांकन डाटा अपडेट होगा।
यदि कोई छात्र विद्यालय छोड़ता है तो उसका डाटा पैन नंबर के माध्यम से ड्रॉप बॉक्स से इंपोर्ट किया जाएगा।
प्रत्येक विद्यालय में एक शिक्षक को UDISE+ अपडेट करने की जिम्मेदारी दी जाएगी जिसे इसके लिए प्रशिक्षित भी किया जाएगा। इस कार्य के लिए विद्यालय को 150 रुपये प्रति स्कूल की राशि दी जाएगी।जिन स्कूलों का अब तक यूडायस कोड जारी नहीं हुआ है उन्हें 15 जून तक पंजीकृत किया जाएगा। वहीं जिन स्कूलों का कोड जारी तो है लेकिन सक्रिय नहीं है उन्हें सक्रिय किया जाएगा। खासकर उत्क्रमित माध्यमिक और उच्च विद्यालयों का डाटा प्राथमिकता से अपडेट किया जाएगा।