Delhi Bomb Blast Case: लाल किले के पास कार धमाका, अब तक 13 की मौत, डॉ. उमर मोहम्मद के मां और भाई गिरफ़्तार, पढ़े अब तक की पूरी अपडेट…

नई दिल्ली में सोमवार शाम उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब लाल किले के पास एक चलती कार में भीषण धमाका हो गया। यह धमाका सोमवार (10 नवंबर 2025) की शाम करीब 6:52 बजे लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास हुआ। धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास खड़ी कई गाड़ियां जलकर खाक हो गईं वहीं अब तक इस घटना में 13 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और करीब 20 लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिनका इलाज दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है।

इस विस्फोट के बाद अब पूरे देश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। महाराष्ट्र, बिहार, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

दिल्ली पुलिस के अनुसार यह विस्फोट एक सफेद Hyundai i20 कार में हुआ जो लाल बत्ती पर धीरे-धीरे चल रही थी। जैसे ही वाहन रुका अचानक जोरदार धमाका हुआ जिससे आसपास के वाहनों के शीशे टूट गए और कई वाहन आग की चपेट में आ गए। धमाके के तुरंत बाद क्षेत्र में अफरातफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कुछ सेकंड के लिए पूरा इलाका धुएं और आग की लपटों में घिर गया।

CCTV फुटेज में धमाके से ठीक पहले एक व्यक्ति कार के अंदर बैठे हुए देखा गया जो काले मास्क में था। जांच के दौरान पुलिस ने उस व्यक्ति की पहचान पुलवामा (जम्मू-कश्मीर) के रहने वाले डॉ. मोहम्मद उमर नबी के रूप में की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार उमर ने विस्फोटक पदार्थों के साथ खुद को भी उड़ा लिया। हालांकि इस बात की पुष्टि के लिए DNA टेस्ट कराया जा रहा है।

इस बीच कश्मीर पुलिस ने उमर की मां और दो भाइयों को हिरासत में लिया है ताकि डीएनए सैंपल मैच किया जा सके। पुलिस ने उमर के पुराने संपर्कों की भी जांच शुरू कर दी है जिनमें कई लोगों से पूछताछ चल रही है।

धमाके में इस्तेमाल हुई Hyundai i20 कार हरियाणा नंबर प्लेट की थी। जांच में पता चला कि यह कार मूल रूप से गुरुग्राम निवासी मोहम्मद सलमान की थी। सलमान ने 2013 में यह कार खरीदी थी और बाद में दिल्ली के ओखला क्षेत्र में देवेंद्र नामक व्यक्ति को बेची थी। हालांकि, कार अब भी सलमान के नाम पर रजिस्टर्ड थी। पुलिस ने सलमान और उस व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह वाहन संदिग्ध डॉ. उमर मोहम्मद नबी तक कैसे पहुंचा।

दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अब UAPA (Unlawful Activities Prevention Act) की धारा 16 और 18 के तहत केस दर्ज किया है। इसके अलावा विस्फोटक अधिनियम की धाराएं भी लगाई गई हैं। इसका मतलब साफ है कि पुलिस इस धमाके को आतंकी साजिश के रूप में देख रही है न कि केवल किसी दुर्घटना या आपराधिक घटना के रूप में।

धमाके के बाद दिल्ली पुलिस और NIA की संयुक्त टीमें जांच में जुट गई हैं। दिल्ली के सभी मेट्रो स्टेशन, रेलवे स्टेशन और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। विशेष रूप से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, चांदनी चौक, सीलमपुर और कश्मीरी गेट पर तलाशी अभियान चल रहा है।

देशभर के प्रमुख रेलवे स्टेशनों, खासकर मुंबई और उत्तर प्रदेश में भी हाई अलर्ट घोषित किया गया है। दिल्ली फायर सर्विस के डिप्टी चीफ के अनुसार इस धमाके में छह गाड़ियां और तीन ऑटो रिक्शा पूरी तरह जल गए।
धमाके से कुछ घंटे पहले ही हरियाणा पुलिस ने फरीदाबाद से एक कश्मीरी डॉक्टर को गिरफ्तार किया था जिसके घर से 2,900 किलोग्राम विस्फोटक, 20 टाइमर, 24 रिमोट कंट्रोल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए थे। हालांकि अभी तक दिल्ली धमाके से उसका कोई सीधा संबंध साबित नहीं हुआ है। लेकिन जांच एजेंसियां इस मामले की कड़ियां जोड़ने की कोशिश कर रही हैं।

एहतियातन लाल किले को 13 नवंबर तक आम पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। मेट्रो स्टेशन के दो गेट भी अस्थायी रूप से सील कर दिए गए हैं।
इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने सरकार पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस और आप पार्टी के नेताओं ने कहा कि “दिल्ली जैसे हाई सिक्योरिटी जोन में इतना बड़ा धमाका कैसे हुआ? इतनी बड़ी मात्रा में RDX आखिर राजधानी में आया कहां से?” विपक्ष ने यह भी सवाल उठाया कि पीएम मोदी धमाके के बाद भी भूटान दौरे पर क्यों गए जबकि राजधानी दहशत के माहौल में थी।
फिलहाल, दिल्ली पुलिस, NIA और इंटेलिजेंस एजेंसियां मिलकर इस धमाके की हर परत खोलने की कोशिश में जुटी हैं। DNA रिपोर्ट, फॉरेंसिक जांच और संदिग्ध उमर के नेटवर्क की जानकारी आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होगी।
यह घटना न सिर्फ दिल्ली बल्कि पूरे देश के लिए सुरक्षा तंत्र पर बड़ा सवाल खड़ा करती है क्या देश की राजधानी में आतंक का नया चेहरा सामने आया है या इसके पीछे कोई और गहरी साजिश छिपी है?


