एनआईटी जमशेदपुर में पहली बार होगी गैर-अकादमिक शिक्षकों की बहाली…
Jamshedpur news: एनआईटी जमशेदपुर में एक नई पहल की शुरुआत हुई है, जहां पहली बार गैर-अकादमिक शिक्षकों की बहाली की जाएगी। इन शिक्षकों को प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस कहा जाएगा और उनकी नियुक्ति प्रैक्टिकल अनुभव और विशेषज्ञता के आधार पर की जाएगी, न कि शैक्षणिक योग्यता के आधार पर।
एनआईटी जमशेदपुर ने इस पद के लिए नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी है और इंजीनियरिंग के सभी ब्रांच के लिए इन प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस की नियुक्ति की जानी है। आवेदन करने के लिए 7 फरवरी तक का समय दिया गया है।इन प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस को एक साल के लिए अस्थायी रूप से नियुक्त किया जाएगा, जिसके बाद तीन साल के लिए एक्सटेंशन दिया जा सकेगा। उनका मानदेय प्रति माह 1.20 लाख रुपये होगा।इन पदों के लिए आवेदन करने वालों को किसी उद्यम में विशेषज्ञ के तौर पर 10 वर्ष का अनुभव होना अनिवार्य होगा। यह पद उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो पेशे से शिक्षक नहीं हैं और न ही पीएचडी की है, लेकिन अपने विशेष क्षेत्र में अनुभवी हैं।
यूजीसी की ओर से स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किया गया है कि कौशल आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों को पेशेवर विशेषज्ञों को नियुक्त करने में सक्षम बनाने के लिए प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस नामक नया पद बनाया गया है।यह पद राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिशों में से एक उच्च शिक्षण संस्थानों में बहु-विषयक शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में अनुभवी पेशेवरों, उद्योग विशेषज्ञों आदि की भागीदारी निर्धारित करने के लिए बनाया गया है।