लाखों की आमदनी,लेकिन राशन गरीबों का!! झारखंड में फर्जी राशन कार्डधारियों का पर्दाफाश…

Jharkhand: झारखंड में गरीबों के लिए बनाए गए लाल और पीले राशन कार्ड का गलत इस्तेमाल हो रहा है। खुलासा हुआ है कि जिन लोगों का सालाना कारोबार 25 लाख रुपये से ज्यादा है जिनके पास कारें हैं और जो अच्छे घरों में रहते हैं वे भी गरीबों के लिए मिलने वाले मुफ्त चावल का लाभ उठा रहे हैं।
ये खुलासा तब हुआ जब सरकार ने आधार कार्ड को राशन कार्ड से लिंक करना शुरू किया। जब परिवारों की असली आमदनी और जीवनशैली का आंकड़ा सामने आया तो अधिकारी भी हैरान रह गए। इस लिस्ट में कुछ होटल मालिक, गोदाम मालिक और खनन व्यवसाय से जुड़े लोग भी शामिल हैं।
झारखंड के कई जिलों में हजारों ऐसे परिवार हैं जो अपात्र होने के बावजूद सरकारी राशन का लाभ ले रहे हैं। अब खाद्य आपूर्ति विभाग ने ऐसे लोगों की पहचान शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि ये लोग असली गरीबों का हक छीन रहे हैं इसलिए इन अपात्र परिवारों के राशन कार्ड रद्द किए जाएंगे।
सरकार अब सख्ती बरत रही है और ऐसे अमीर लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है जो गरीबों के नाम पर सरकारी सुविधा का फायदा उठा रहे हैं।