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झारखंड में प्रारंभिक स्कूल शिक्षकों की प्रोन्नति के लिए नई नियमावली जारी, चार वरीयता सूचियों के आधार पर होगा प्रमोशन…

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Jharkhand: झारखंड सरकार ने राज्य के सरकारीकृत प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की प्रोन्नति के लिए नई नियमावली का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसका नाम “झारखंड राजकीयकृत प्रारंभिक विद्यालय शिक्षक प्रोन्नति नियमावली, 2025” रखा गया है। यह नियमावली कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूलों में लागू होगी।

नई नियमावली के तहत ग्रेड-1 से लेकर ग्रेड-8 तक के पदों की स्पष्ट श्रेणियां बनाई गई हैं। साथ ही यह भी साफ कर दिया गया है कि इंटरमीडिएट प्रशिक्षित सहायक शिक्षक और इंटरमीडिएट उर्दू प्रशिक्षित सहायक शिक्षक के पदों को अब जरूरत पड़ने पर “मरणशील संवर्ग” घोषित किया जा सकता है। इसका अर्थ है कि भविष्य में इन पदों पर नई भर्तियां नहीं की जाएंगी।

इस संवर्ग में पहले 50% पद प्रमोशन और 50% पद सीधी नियुक्ति से भरे जाते थे। लेकिन नई नियमावली के लागू होते ही इस दिशा में बनी सभी पुरानी सूची और तैयारियां रद्द मानी जाएंगी।

नियमावली में शिक्षकों की प्रोन्नति के लिए चार अलग-अलग वरीयता सूचियां बनाई जाएंगी:

  1. वरीयता सूची नंबर-1 (ग्रेड-3 के लिए):
    पहले वे स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक शामिल होंगे जिनकी ग्रेड-2 में सेवा 12 साल की हो। इसके बाद वे इंटर प्रशिक्षित शिक्षक शामिल होंगे जिनकी सेवा 18 साल की हो।
  2. वरीयता सूची नंबर-2 (ग्रेड-4 के लिए):
    सामाजिक विज्ञान गणित-विज्ञान और भाषा के शिक्षकों के लिए अलग-अलग सूचियां बनेंगी। इसमें पहले ग्रेड-3 में कार्यरत स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक फिर ग्रेड-2 और उसके बाद ग्रेड-1 में 8 साल सेवा दे चुके शिक्षक शामिल होंगे।
  3. वरीयता सूची नंबर-3 (ग्रेड-6 के लिए):
    यह सूची विषयवार नहीं होगी। पहले वे प्रशिक्षित स्नातकोत्तर शिक्षक जिनकी ग्रेड-5 में सेवा 12 साल की हो। फिर वे स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक जिनकी सेवा 18 साल की हो।
  4. वरीयता सूची नंबर-4 (ग्रेड-7 और ग्रेड-8 के लिए):
    यह समेकित सूची होगी। पहले ग्रेड-6 में कार्यरत प्रशिक्षित स्नातकोत्तर शिक्षक फिर ग्रेड-5 और उसके बाद ग्रेड-4 में 5 साल की सेवा दे चुके शिक्षक शामिल होंगे।

झारखंड सरकार के इस फैसले से राज्य के हजारों प्रारंभिक स्कूल शिक्षकों के प्रमोशन का रास्ता साफ हुआ है। नियमावली में पारदर्शिता के साथ-साथ अनुभव के आधार पर पदोन्नति सुनिश्चित करने की कोशिश की गई है।