लापरवाही के कारण हॉटस्पॉट बना पटना, मिले 8 नए मरीज…
Bihar: पटना एक बार फिर कोविड-19 संक्रमण के मामलों में हॉटस्पॉट बनता जा रहा है। रविवार को जिले में कोरोना के 8 नए मामले सामने आए जिससे सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 60 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन इसे लेकर सतर्क हो गए हैं, वहीं आमजन की लापरवाही को संक्रमण बढ़ने की बड़ी वजह माना जा रहा है।
ज्यादातर मरीज होम आइसोलेशन मेंसिविल सर्जन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, नए मरीजों में 5 की पहचान निजी अस्पतालों और लैब में हुई, 2 की जांच एम्स पटना और एक मरीज की पुष्टि एनएमसीएच में हुई। सभी में हल्के लक्षण पाए गए हैं और फिलहाल उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। जिले में इस समय 39 सक्रिय मरीज हैं, जबकि 21 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं।पटना के कई इलाकों में फैला संक्रमणसिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि नए मामले नेऊरा, दानापुर, दीघा, कुम्हार, राजीवनगर, कंकड़बाग, बख्तियारपुर, मीठापुर, एक्जीबिशन रोड और हनुमान नगर से आए हैं।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है और स्थिति अभी नियंत्रण में है।सरकार ने की तैयारी, किटों की आपूर्तिस्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि राज्य सरकार ने संक्रमण की संभावित लहर को देखते हुए सभी जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में 60,000 रियल टाइम पीसीआर किट और 40,000 ऑटोमेटेड RNA एक्सट्रेक्शन किट भेजी हैं। सिविल सर्जनों को इन किटों के उचित उपयोग के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार पूरी तरह तैयार है।जनता की लापरवाही से बढ़ रहा खतरावरिष्ठ चिकित्सक डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि लोग सर्दी-खांसी और बुखार को सामान्य समझकर जांच नहीं करवा रहे हैं।
अस्पतालों में भी मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल नहीं हो रहा, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे मास्क पहनें, भीड़ से बचें और लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं।स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि समय पर सतर्कता और सहयोग से स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सकता है। जनता की जागरूकता इस लड़ाई में सबसे बड़ा हथियार है।